Ek Bastu Hi Nahi

एक बस तू ही नहीं
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
मैं ने जो संग तराशा वो ख़ुदा हो बैठा
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
मैं ने जो संग
मैं ने जो संग तराशा वो ख़ुदा हो बैठा
एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा

उठ के मंज़िल अगर आये तो शायद कुछ हो
उठ के मंज़िल
उठ के मंज़िल अगर आये तो शायद कुछ हो
शौक़-ए-मंज़िल तो मेरा आबलापा हो बैठा
शौक़-ए-मंज़िल तो मेरा आबलापा हो बैठा

एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा



Credits
Writer(s): Shivkumar Sharma
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