Pehli Dafa

पहली दफ़ा हुआ है ये क्या?
मैं मुझ में नहीं, हुआ जाने क्या
पहली दफ़ा हुआ है ये क्या?
मैं मुझमें नहीं, हुआ जाने क्या

अक़्सर ख़यालों में दिल सोचता
तुझसे है शायद कोई वास्त
फिर से तू आए रू-ब-रू

ख़्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख़्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझ पे मैं होने लगा

पहली दफ़ा हुआ है ये क्या?

ओस की बूंँदों में अक्स तेरा
साया तेरा, चेहरा तेरा
रंग धूप से है सुनहरा
जिस पर ठहरा मन ये मेरा

गुज़री है छू कर के आरज़ू
फिर से तू आए रू-ब-रू

ख़्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख़्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझ पे मैं होने लगा

पहली दफ़ा हुआ है ये क्या?

असी धर पर मिल कणी जाणा हो
तुज्यो दिल 'च वसाए कणे जाणा हो
असी धर पर मिल कणी जाणा हो
तुज्यो दिल 'च वसाए कणे जाणा हो

परियों से भी ज़्यादा है तू हसीं
दिलनशीं, हुआ यकीं
दीवारों पे तूने मेरे दिल की दस्तक दी दूर से ही

हर पल है तेरी जुस्तजू
फिर से तू आए रू-ब-रू

ख़्वाहिशें तेरी मैं करने लगा
ख़्वाहिशों में तेरी बहने लगा
फ़िदा क्या तुझ पे होने लगा

पहली दफा, हुआ है ये क्या?



Credits
Writer(s): Nadeem Khan, Amzhad Nazakai Khan, Shadab Akhtar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link