Dil Kehta Hai - Unplugged Version

वो दिन थे क्या हसीन
दोनों थे साथ में
और बाहें आपकी, थी मेरे हाथ में

तुम ही तुम ऐ सनम
मेरे दिन-रात में
पर इतनी बुलंदी पे तुम हो मेरी जान
आये ना दामन अब हाथ में

पाना तुमको मुमकिन ही नहीं
सोचे भी तो हम घबरातें हैं
तुम क्या जानो अब हम कितना, दिल ही दिल में पछताते हैं
दिल कहता हैं चल उनसे मिल
उठते ही कदम रुक जाते हैं
उठते ही कदम रुक जाते हैं

दिल जिग़र दोनों घायल हुवे
तीरे नज़र दिल के पार होगया
राजा को रानी से प्यार होगया
पहली नज़र में पहला प्यार होगया
दिल जिग़र दोनों घायल हुवे
तीरे नज़र दिल के पार होगया

हम तो जान देकर यू ही मर मिटे थे
सुन लो ऐ हसीनो ये हमसे अब न होगा
ऐसा जख़्म दिया हैं जो न फिर भरेगा
हर हसीन चेहरे से अब ये दिल डरेगा



Credits
Writer(s): Anu Malik, Majrooh Sultanpuri
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