Mere Chanda Mera Nanhe

मेरे चंदा, मेरे नन्हे...
मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?

मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?

छुप गए लाडले आँचलों में, रात परियों का पैग़ाम लाई
छुप गए लाडले आँचलों में, रात परियों का पैग़ाम लाई
किस तरह सो गया तू अकेला? किस तरह बिन मेरे नींद आई?

मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?

तेरे सपने में आ तो गई मैं, अपनी मजबूरियाँ क्या बताऊँ?
तेरे सपने में आ तो गई मैं, अपनी मजबूरियाँ क्या बताऊँ?
बूँद भी तन में बाक़ी नहीं है, भूख तेरी मैं कैसे मिटाऊँ?

मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?

आदमी भी है, भगवान भी है, फिर भी फिरता है तू बेसहारा
कौन तुझ को गले से लगाए? पत्थरों का है ये शहर सारा

Mamma

मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?

दूर जाना है नन्हे मुसाफ़िर, रास्ते में कहीं थक ना जाना
दूर जाना है नन्हे मुसाफ़िर, रास्ते में कहीं थक ना जाना
थाम के मेरी आहों की डोरी, ढूँढ ले तू ही अपना ठिकाना

मेरे चंदा, मेरे नन्हे, तुझे अपने सीने से कैसे लगाऊँ?
सूनी गोदी में कैसे उठाऊँ?



Credits
Writer(s): Kaifi Azmi, Mohammed Zahur Khayyam
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