Gustakhiyan (Zee Music Originals)

जो मैंने की तुमसे गुस्ताखियाँ
करदो ना माफ़ थी नादानियाँ

जो मैंने की तुमसे गुस्ताखियाँ
करदो ना माफ़ थी नादानियाँ
अफ़सोस हैं मुझको बहुत गलतियों पे मेरी
करदो ना माफ़ थी नादानियाँ
पछताऊ मैं, बातों पे मेरी
पछताऊ मैं, बातों पे मेरी
अब ना होंगी ऐसी खता

जो मैंने की तुमसे गुस्ताखियाँ
करदो न माफ़ थी नादानियाँ

दोंनो शरीक हैं
किसे करे गीला
दर्द-ए-दिल का मेहरम है खुदा

दोंनो शरीक हैं
किसे करे गीला
दर्द-ए-दिल का मेहरम है खुदा
शरमीनदा कर रही हैं, मेरी खता मुझे
तसकीन दे ज़रा तू आये सुकून मुझे

पछताऊ मैं, बातों पे मेरी
पछताऊ मैं, बातों पे मेरी
अब ना होंगी ऐसे खता



Credits
Writer(s): Sabir Sultan Khan
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