Woh Hai Tu

यादों में तेरी हर सुबह खो जाता हूँ मैं
ख़्वाबों में मिलने के खातिर सो जाता हूँ मैं
यादों में तेरी हर सुबह खो जाता हूँ मैं
ख़्वाबों में मिलने के खातिर सो जाता हूँ मैं

मेरे दिल को तेरी ही यादों की याद आती है
ख़ामोशी सुबोह सारी बातों में रात बीत जाती है
मेरे आँसू में जो दर्द भरा वो है तू
टूटे ख़्वाबों की वजह वो है तू
खोए होठों की हँसी वो है तू
जाने क्यूँ इस दिल में बसी फिर भी तू

तेरा जिक्र मेरी बातों में मौजूद हर कहीं है
बिना तेरे इस दिल को कुछ भी कबूल नही है
तेरा जिक्र मेरी बातों में मौजूद हर कहीं है
बिना तेरे इस दिल को कुछ भी कबूल नही है
जानेमन तेरे संग यादों में थम सा मैं जाता हूँ
तुझको मनाते-मनाते हुए खुद से रूठ जाता हूँ

मेरे आँसू मे जो दर्द भरा वो है तू
टूटे ख़्वाबों की वजह वो है तू
खोए होठों की हँसी वो है तू
जाने क्यूँ इस दिल में बसी फिर भी तू

मेरे आँसू मे जो दर्द भरा वो है तू
टूटे ख़्वाबों की वजह वो है तू
खोए होठों की हँसी वो है तू
जाने क्यूँ इस दिल में बसी फिर भी तू



Credits
Writer(s): Priyal Tripathi, Anuj Singh
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