Aankhen - The Last Breath of Ishq

ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे

ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे

मेरी पॅल्को पे सोते थे
वो पल भी भूल जाओगे

ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे

तूमे ही देख कर उठती थी
जब सोते थी ये आँखें
हमे थी क्या खबर इतना
तुम्हे चाहेगी ये आँखे

झुका कर पलके सजदे मे
इब्बादद इश्क़ करती थी बहोत
रोएगी तेरी बिन
इन्हे जब भूल जाओगे

ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे
ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे

कभी बारिश मे छुप कर तुम युही
आंसू बहाते थे
कभी तुम चाँद तारो से
उलझ कर रूठ जाते थे
मेरे सिनेसे लगकर तुम
जहां की गम भूलाते थे

रफाकत पल दो पल
सारी उमर की भूल जाओगे

ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे
ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे

मेरी पॅल्को पे सोते थे
वो पल भी भूल जाओगे
ये आँखे हैं वोही आँखे
जिन्हे तुम भूल जाओगे



Credits
Writer(s): Imran Amin
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