Tujhe Bewafa Kahun

मैं मरता था जिन होटों पर
वो बिकने लगे है नोटों पर
मैं मरता था जिन होटों पर
वो बिकने लगे है नोटों पर
दर्द कैसे ये मै सहूं
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, कुछ और कहूँ
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, कुछ और कहूँ

सीने मै बिठाया था तुझको
तू समझ ना पाई क्यों मुझको
आखिर क्या कमी मेरे इश्क में थी
जो मै ना दे पाया तुझको

सीने मै बिठाया था तुझको
तू समझ ना पाई क्यों मुझको
आखिर क्या कमी मेरे इश्क में थी
जो मै ना दे पाया तुझको

घुट-घुट के मै अब जीऊ
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, कुछ और कहूँ
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, कुछ और कहूँ

चेहरे की चमक जब जायेगी
तब याद तुझे मेरी आएगी
अभी यार मिलेंगे लाखों पर
आज़ादी को कभी ना पावोगी

चेहरे की चमक जब जायेगी
तब याद तुझे मेरी आएगी
अभी यार मिलेंगे लाखों पर
Khesari को कभी ना पावोगी

हा दुनिया मै रहू ना रहू
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, कुछ और कहूँ
तुझे बेवफा कहूँ की कुछ और कहूँ, हां कुछ और कहूँ



Credits
Writer(s): Ashish Verma, Azad Singh
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