Kaha Hai

खोए-खोए सोए से हैं हम
खुशी और ग़म के साये में गुम
सुबह में ढूंढे वो रात का अंधेरा
रातों में देखे हम चाँद को, कहाँ है?

वो दिन सभी, जब मिले यूँ ही, कहाँ है?
हाँ वो मैं ही, हाँ वो तू भी, कहाँ है?

दिल तो यह मेरा थोड़ा सा दीवाना
बेवकूफ़ियाँ करे मुश्किल है मनाना
ना कोई घर था, ना था कोई ठिकाना
चलता रहा मैं तो तेरे रास्ते ओ जाना, कहाँ है?

वो दिन सभी, जब मिले यूँ ही, कहाँ है?
हाँ वो तू भी, हाँ वो मैं ही, कहाँ है?
हाँ तू भी, हाँ मैं भी कहाँ है?
कहाँ है?
ढूंढे खुद को हम खुद ही

कहाँ है?
कहाँ है?
कहाँ है?



Credits
Writer(s): Vasu Raina
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link