Neendein (Zee Music Originals)

नींदें आजकल खफा है तोड़ा हम से
रातें जाग के गुज़री है कशाम से

नींदें आजकल खफा है तोड़ा हम से
रातें जाग के गुज़री है कशाम से

अकेला सोए ना मृए
तकती राहें ये तेरी
आवो इनमे तो कभी
ख्वाब बनके

धड़कन कब से है रुकी
पलकें देखो है बुझी
आवो सीने में कभी
साँस बनके

नींदें आजकल खफा है तोड़ा हम से

तेरे बिन रात दिन
मुश्किल में है मेरी
राहतें, चाहतें
है साथ बस तेरे

मेरी लहर चाहे
साहिल तेरे
सौ बार आएँगी
घर तक तेरे

कोशिश यह हज़ार
करती है कशाम से
चू के बार बार
लौटी है उधर से

की लहरे थकती ना मेरी
इन्हे तो आदत है तेरी
की आवो सागर में मेरे
प्यास बनके

की लहरे थकती ना मेरी
इन्हे तो आदत है तेरी
की आवो सागर में मेरे
प्यास बनके

नींदें आजकल खफा है तोड़ा हम से
रातें जाग के गुज़री है कशाम से



Credits
Writer(s): Jeet Gannguli, Rashmi Virag
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