Mohabbat Se Inaayat Se

मोहब्बत से इनायत से
मोहब्बत से इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
बिखरता फूल हूँ मुझ को हवा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से

मैं शबनम की ज़बाँ से फूल की आवाज़ सुनता हूँ
मैं शबनम की ज़बाँ से फूल की आवाज़ सुनता हूँ
अजब एहसास है अपनी
अजब एहसास है अपनी सदा से चोट लगती है
अजब एहसास है अपनी सदा से चोट लगती है
बिखरता फूल हूँ मुझ को हवा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से

मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ
मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ
तकल्लुफ़ से बनावट से
तकल्लुफ़ से बनावट से, अदा से चोट लगती है
तकल्लुफ़ से बनावट से, अदा से चोट लगती है
बिखरता फूल हूँ मुझ को हवा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से

तुझे ख़ुद अपनी मजबूरी का अंदाज़ा नहीं शायद
तुझे ख़ुद अपनी मजबूरी का अंदाज़ा नहीं शायद
न कर अह्द-ए-वफ़ा, अह्द-ए-वफ़ा से चोट लगती है
मोहब्बत से इनायत से



Credits
Writer(s): Chandan Das, Sajid Ajmeri
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