Alvida

अलविदा अलविदा तो नहीं
अलविदा अलविदा तो नहीं
जिस्म से जान जुदा तो नहीं
अलविदा अलविदा तो नहीं
जिस्म से जान जुदा तो नहीं
रूह में बेह रहा है तू
रूह में बेह रहा है तू
एक हीं तू खुदा तो नहीं
अलविदा अलविदा तो नहीं

कोई रौशनी सी है या कोई खुशबु है
मेरे तन बदन में है कौन मैं या तू है
जनियाँ वे
इक छोटा सा मेरा ज़िन्दगी से गिला है
ऐसा मुख़्तसर क्यूँ दिल का सिलसिला है
सच बता सब खला तो नहीं

जिस्म से जान जुदा तो नहीं

जनियाँ वे
जनियाँ वे जनियाँ वे
जनियाँ वे जनियाँ वे
जनियाँ वे जनियाँ वे
चल एक बार
चल एक बार
उस पार चल के देखे
वो जो दूर दूर है
नूर मल के देखें
जनियाँ वे
चल बर्फ के जब उस तरफ निकलेंगे
सब छोड़ छाड तारों की आड़ मिल लेंगे
यूँ कभी कोई जिया तो नहीं
जिस्म से जान जुदा तो नहीं
रूह में बेह रहा है तू
रूह में बेह रहा है तू
एक हीं तू खुदा तो नहीं



Credits
Writer(s): Gulzar, Vishal Bhardwaj
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