Mujhse Naaraz Hoto Ho

मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ
मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ
ख़ुद से लेकिन ख़फ़ा-ख़फ़ा ना रहो
मुझ से तुम दूर जाओ तो जाओ
आप अपने से तुम जुदा ना रहो

मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ
ख़ुद से लेकिन ख़फ़ा-ख़फ़ा ना रहो
मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ

मुझ पे चाहे यक़ीं करो ना करो
मुझ पे चाहे यक़ीं करो ना करो
तुम को ख़ुद पर मगर यक़ीन रहे
सर पे हो आसमान या कि ना हो
पैर के नीचे ये ज़मीन रहे

मुझ को तुम "बेवफ़ा" कहो तो कहो
मुझ को तुम "बेवफ़ा" कहो तो कहो
तुम मगर ख़ुद से बेवफ़ा ना रहो
मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ

आओ, एक बात मैं कहूँ तुम से
आओ, एक बात मैं कहूँ तुम से
जाने फिर कोई ये कहे ना कहे
"तुम को अपनी तलाश करनी है
हमसफ़र कोई भी रहे ना रहे

तुम को अपने सहारे जीना है
तुम को अपने सहारे जीना है
ढूँढती कोई आसरा ना रहो"

मुझ से नाराज़ हो तो हो जाओ
ख़ुद से लेकिन ख़फ़ा-ख़फ़ा ना रहो
मुझ से तुम दूर जाओ तो जाओ
आप अपने से तुम जुदा ना रहो



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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