Tune Ye Jana Ek Kanta Lagne Se

तूने ये जाना एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
हो, मैं घायल हो गई
तूने ये जाना एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई

काँटा तो निकल गया, काँटा तो निकल गया
पर तेरे छूने से मैं पागल हो गई
हो, मैं पागल हो गई

तूने ये जाना एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
काँटा तो निकल गया, काँटा तो निकल गया
पर तेरे छूने से मैं पागल हो गई
रे, मैं घायल हो गई

तेरे हाथों से मेरे अंग-अंग में
बिजली सी दौड़ गई
शरम से सिमट गई, तुझ से लिपट गई
मैं दुनियाँ छोड़ गई

हो, पर तू ना जाना, तूने ये जाना
एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
हो, मैं पागल हो गई

मैं अंजान सही, मैं नादान सही
पर तू नादान नहीं
तन की हो तो हो पर मन की कुछ दूर
कुछ भी पहचान नहीं

हो, तू है दीवाना, तूने ये जाना
एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
हो, मैं पागल हो गई

मैं कैसी भी हूँ, मैं जैस भी हूँ
स्वीकार मुझे कर ले
मैं सच कहती हूँ, कहती रहती हूँ
तू प्यार मुझे कर ले

हो, मुझ को सता ना, तूने ये जाना
एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
हो, मैं घायल हो गई

तूने ये जाना एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
काँटा तो निकल गया, काँटा तो निकल गया
पर तेरे छूने से मैं पागल हो गई
हो, मैं पागल हो गई

तूने ये जाना एक काँटा लगने से मैं घायल हो गई
हो, मैं पागल हो गई



Credits
Writer(s): R.d. Burman, Anand Bakshi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link