Dil Aziz

दिल अज़ीज़ हैं, तुम्हे दे दूँ कैसे
दिल अज़ीज़ हैं, तुम्हे दे दूँ कैसे
दिल अज़ीज़ हैं, तुम्हे दे दूँ कैसे
दिल अज़ीज़ हैं, साँसों के जैसे
दिल अज़ीज़ हैं, साँसों के जैसे

तू असर हैं दुआ की
और मूरत वफ़ा की
तेरा अंदाज़ कातिल
खूबसूरत अदा भी

तू असर हैं दुआ की
और मूरत वफ़ा की
तेरा अंदाज़ कातिल
खूबसूरत अदा भी

जिसका हमदर्द ज़माना हैं
जिसके होटों पे तराना हैं
जिसका हर अक्ष सुहाना हैं
जिसका हर अक्ष सुहाना हैं

तू वह चीज़ हैं
पर दे दूँ कैसे
तू वह चीज़ हैं
पर दे दूँ कैसे

दिल अज़ीज़ हैं, साँसों के जैसे
दिल अज़ीज़ हैं, साँसों के जैसे

गर कोई देखेगा तुझको
सच खो बेठेगा खुद को
करिश्मा रब का ऐसा हैं
फरिश्ते तख्ते हैं तुझको

गर कोई देखेगा तुझको
सच खो बेठेगा खुद को
करिश्मा रब का ऐसा हैं
फरिश्ते तख्ते हैं तुझको

जिसका हर कोई दीवाना हैं
जिसका हर रूप खज़ाना हैं
जिसका हर अक्ष सुहाना हैं
जिसका हर अक्ष सुहाना हैं

तू लज़ीज़ हैं पर दे दूँ कैसे
तू लज़ीज़ हैं पर दे दूँ कैसे
हुआ एक नसीब हैं
दिल दे दूँ कैसे
हुआ एक नसीब हैं
दिल दे दूँ कैसे



Credits
Writer(s): Rishabh Lohia
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