Jab Tak

जिस्म में जब तक जान रहेगी
जिस्म में जब तक जान रहेगी
इश्क़ ना कम हो पाएगा

जब तक धड़केगा मेरा दिल
टूट के तुमको चाहेगा
जब तक धड़केगा मेरा दिल
टूट के तुमको चाहेगा

तू ही बेचैनियों में, तू ही बेताबियों में
नैनों की इन जलते दीयों में
तू ही मेरी ख़ामोशियों में

तू ही दिल का बयाँ है
तू ही दोनों जहाँ है
तू ही मेरी है हर ख़ुशी

अपने दिल से पूछ के देखो
अपने दिल से पूछ के देखो
वो भी यही दोहराएगा

जब तक धड़केगा मेरा दिल
टूट के तुमको चाहेगा

तू ही दिल में, नज़र में
तू ही शाम-ओ-सहर में
तू ही मेरी हर आरज़ू में
तू ही मेरी हर जुस्तजू में

तू ही मेरा जुनूँ है
तू ही चैन-ओ-सुकूँ है
तू ही मेरी है ज़िन्दगी

ज़हन से मेरे तेरा तसव्वुर
ज़हन से मेरे तेरा तसव्वुर
ख़्वाब में भी ना जाएगा

जब तक धड़केगा मेरा दिल
टूट के तुमको चाहेगा



Credits
Writer(s): Shekhar Astitwa, Ajay Jaiswal
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