Sab Chalta Hai Rock

बादल का कतरा
आँचल से झांके
आँचल से झांके
थोड़ी आहट से
छुप जाय जैसे
नैना चुरा के
नैना चुरा के

कबसे रखा है खुद से छुपा के
खुद से छुपा के
बादल का कतरा जो आँचल से झांके
आँचल से झांके
और जिसे भी रौशनी कहा आग थी
उसका मुंसिफ़ जहाँ सारा

फिर क्यूँ मनुष्य ही हारा
मान तोड़, भान छोड़
गिरता रहा, गिरता रहा
शब्द हुआ घूम
शब्द हुआ घूम
सब चलता है
हाँ सब चलता है

रोज़ मरता मुझमें ही कही मेरा यकीन
गुमशुदा है मुझसे ही कही मेरी जमीं
और वो देवता कहाँ जो सब भूल के
कंठ ज़हर धरे सारा

हाँ फिर क्यूँ मनुष्य ही हारा
मान तोड़, भान छोड़
गिरता रहा, गिरता रहा
शब्द हुआ घूम
शब्द हुआ घूम
सब चलता है

सब चलता है
हाँ सब चलता है
हाँ सब चलता है
सब चलता है
सब चलता है
हाँ, हाँ, हाँ सब चलता है
सब चलता है
सब चलता है



Credits
Writer(s): Rohit Sharma, Aazad Aazad
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