Sardiyon Mien Mila

मेरे-तरे, तेरे-मेरे-तेरे बीच में बातें होती हैं
वो दिल को छूती हैं हर घड़ी
कभी दिन की दोपहरी में, कभी रातें होती हैं
जब मुझको दिखती तू हर कहीं

मेरी ख्वाहिशों को है ज़िंदा रखती तू
मेरे ख्वाबों में जो है आहें भरती तू
जो मैं भूल जाता हूँ खुद को भी एक दिन
तू मुझे याद है दिलाती तू

कि मैं कौन हूँ! मैं क्या हूँ!
और तू मेरा है क्या!
तू है वो किरण जो मुझे है अक्सर सर्दियों में मिला
कि मैं कौन हूँ! मैं क्या हूँ!
और तू मेरा है क्या!
तू है वो किरण जो मुझे है अक्सर सर्दियों में मिला

होती हैं शामें जब भी चाय के संग
तेरा ही स्वाद मेरी ज़ुबां को है लुभाता
हो, चाहे हो कैसे भी आ! वहाँ से मगर
तेरी ही आहटें हैं ये मेरा दिल सुनना चाहता

तू जो कभी मिले मुझे किसी गली
या किसी मोड़ पे
मैं सब छोड़ के
हूँ चलूँ संग तेरे
तेरे कदम हो मेरे कदम
तू जो कभी मिले मुझे किसी गली
या किसी मोड़ पे
मैं सब छोड़ के
हूँ चलूँ संग तेरे
तेरे कदम हो मेरे कदम

मेरे-तरे, तेरे-मेरे-तेरे बीच में बातें होती हैं
वो दिल को छूती हैं हर घड़ी
कभी दिन की दोपहरी में, कभी रातें होती हैं
जब मुझको दिखती तू हर कहीं

मेरी ख्वाहिशों को है ज़िंदा रखती तू
मेरे ख्वाबों में जो है आहें भरती तू
जो मैं भूल जाता हूँ खुद को भी एक दिन
तू मुझे याद है दिलाती तू

कि मैं कौन हूँ! मैं क्या हूँ!
और तू मेरा है क्या!
तू है वो किरण जो मुझे है अक्सर सर्दियों में मिला
कि मैं कौन हूँ! मैं क्या हूँ!
और तू मेरा है क्या!
तू है वो किरण जो मुझे है अक्सर सर्दियों में मिला



Credits
Writer(s): Arijit Anand
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