Lamha Lamha

लमहा-लमहा टूट गए हैं, एक अपने से रूठ गए हैं
मंज़िल पे आने से पहले हम राहों से छूट गए

लमहा-लमहा टूट गए, एक अपने से रूठ गए
जिन हाथों की हम क़िस्मत थे, उन हाथों से छूट गए
लमहा-लमहा टूट गए, लमहा-लमहा टूट गए

जुड़े हुए हाथ, टूटी तक़दीर
और क्या करेगी ये लकीरों की ज़ंजीर?
तेरा-मेरा साथ, अब ना होगी बात
तू भी ख़फ़ा, मैं भी ख़फ़ा, ग़म की काली रात

सपने सच होने से पहले इक-इक करके टूट गए
Hey, लमहा-लमहा टूट गए, लमहा-लमहा टूट गए

खामोशियाँ आँधियाँ बन ना जाएँ
फ़ासले कहीं दूरियाँ बन ना जाएँ
डरता हूँ ग़म की इबादत ना कर लूँ
तन्हाइयों से मोहब्बत ना कर लूँ

ग़म के बाराती आकर के सुख को मेरे लूट गए
लमहा-लमहा टूट गए, एक अपने से रूठ गए
जिन हाथों की हम क़िस्मत थे, उन हाथों से छूट गए
लमहा-लमहा टूट गए, लमहा-लमहा टूट गए



Credits
Writer(s): Anand Raj Anand
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