Lilo Chaman

हे रै रै रै रै
साचम साच बता दे रै लिलो
के ख़ुशी मनारी सै
साचम साच बता लिलो
के ख़ुशी मनारी सै

के भुझैगा चमन
आज मेरे ब्याह की त्यारी सै
हे रै रै रै रै
साचम साच बता दे रै लिलो

ब्याह आले दिन की
तारीख के लिखाई सै
तिथि तारीक तारीख तो लिखी
नहीं बस सलाह मिलाई सै

के छोरा देखण खातर जा लिए
बाहमण नाई सै
छोरा तो टोह राख्या सै
तकरार चलाई सै

कोण से शहर नगर म लिलो
पति बणारी सै
एक चमन नाम का छोरा
जिसकी गैल्या यारी सै

हे रै रै रै रै
साचम साच बता दे रै लिलो

इतणी सेवा करी मन्नै
ला छाती क गैर ले
तेरे मेरे होंगे फेरे
रोक शहर ले

के फेरा म लेणा
मन म पक्की ठहर ले
ल्या मैं पैहरु तेरी अंगूठी
तू मेरी पैहर ले

या तो मैं भी जाण गया
या बात भारी सै
तन्नै लागती बात या भारी
होवण आरी सै

हे रै रै रै रै
साचम साच बता दे रै लिलो

किरणा सूरज सिर के ऊपर
सेहरे हो लिये
कमन्द चौतरी और जोहरी
माहरे डेरे हो लिये

ज़िन्दगी भर के सेवक
लिलो तेरी हो लिए
पीपल जामण रहे गवाह
माहरे फेरे हो लिये

पाणी न पंडत समझ रै
इश्क़ लोक जारी सै
कह धनपत सिंह हो लिए फेरे
ना लिलो कवांरी सै

हे रै रै रै रै
साचम साच बता दे रै लिलो



Credits
Writer(s): Sonu Vicky Brother, Dhanpat Singh
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