Sab Kutch Tera (feat. Girish Nakod)

राते, तेरी यादो मैं क्यूँ अक्सर गुजर जाते है?
आँखें, तेरी आँखो से क्यूँ मिलके ठेहर जाते है?

ऐसा सिला है, मुझको मिला है
खोना ना चाहूँ ये कभी

मैं, मना रहा हूँ तेरा हुआ हूँ
मेरा कुछ ना मेरा
मैं, मैं खो गया हूँ
तेरा हुआ हूँ
मेरा सब कुछ तेरा

सांसें, तेरी दिल की क्यूँ?
मेरी धड़कन चुरा लेती है

आदत नहीं है, राहत नहीं है
चाहत ना ऐसी थी कभी

मैं, मना रहा हूँ तेरा हुआ हूँ
मेरा कुछ ना मेरा
मैं, मैं खो गया हूँ
तेरा हुआ हूँ
मेरा सब कुछ तेरा

दिल मैं, हो तोह, केहदो क्या है छुपाना?(छुपाना?)
केह कर देखो, खुद को क्यों है रुकना?
ऐसा समां है, दोनो यहाँ है
करदे बयाँ तु भी कभी

मैं, मना रहा हूँ तेरा हुआ हूँ
मेरा कुछ ना मेरा
मैं, मैं खो गया हूँ
तेरा हुआ हूँ
मेरा सब कुछ तेरा



Credits
Writer(s): Girish Ramesh Nakod
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