Dil Ki Kuch Remix

दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं
दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं
दूरियाँ नापते बैठे, दूरियाँ नापते बैठे नज़दीकियाँ
समझे ही नहीं

दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं (दिल की कुछ बातें)
दिल की कुछ बातें...

तुम रोकना चाहते थे वक़्त, हमें बहना था पसंद
मिले नभ से यारी हमारी, तेरे सपने आँखों में बंद
तुम रोकना चाहते थे वक़्त, हमें बहना था पसंद
मिले नभ से यारी हमारी, तेरे सपने आँखों में बंद

तुम्हें लगा रास्ता भटक गए
हमें ढूँढनी थी राहें नई
समझे ही नहीं

दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं
दिल की कुछ बातें...

तुम ढूँढ रहे थे हमारे निशाँ, हम मिटाते रहे पुराने कदम
हम बहते रहे लहरों के संग, किनारे पे तुम थे अकेले सनम
तुम ढूँढ रहे थे हमारे निशाँ, हम मिटाते रहे पुराने कदम
हम बहते रहे लहरों के संग, किनारे पे तुम थे अकेले सनम

हाथों से मिट्टी फिसलने का ग़म
हम मिट्टी से फ़िर लेंगे जनम
समझे ही नहीं

दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं (दिल की कुछ बातें)
तुम समझे ही नहीं
दूरियाँ नापते बैठे, दूरियाँ नापते बैठे नज़दीकियाँ
समझे ही नहीं

दिल की कुछ बातें तुम समझे ही नहीं
दिल की, hm-hm-hm



Credits
Writer(s): Rahul Ranade, Shrirang Godbole, Amol Gupte, Jeetendra Joshi
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