Ishaq Hua Awara

इश्क़ हुआ आवारा
गली गली बंजारा
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
इश्क़ दा कलमा पढ़ूँ
इश्क़ दी आयात पढ़ूँ
मैं अनपढ़ आशिक फिर भी
इश्क़ दी चाहत पढ़ूँ
इश्क़ हुआ आवारा
गली गली बंजारा
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
इश्क़ दा कलमा पढ़ूँ
इश्क़ दी आयात पढ़ूँ
मैं अनपढ़ आशिक फिर भी
इश्क़ दी चाहत पढ़ूँ

क्या है फलसफा इश्क़ दा कोई समझाये
हर तरफ से खुश्बू अनजानी सी आये
हूँ ऊ ऊ हूँ ऊ ऊ
क्या है फलसफा इश्क़ दा कोई समझाये
हर तरफ से खुश्बू अनजानी सी आये
सोई सोई सी नींदे रात भर मैं जगू
आ बैठा कोई सिरहाने भला क्यों कर मैं उठू

इश्क़ हुआ आवारा
गली गली बंजारा
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
ठौर ठिकाना मिलता नहीं
इश्क़ दा कलमा पढ़ूँ
इश्क़ दी आयात पढ़ूँ
मैं अनपढ़ आशिक फिर भी
इश्क़ दी चाहत पढ़ूँ



Credits
Writer(s): Kuldeep Shukla, Tanveer Alam
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link