Ek Tere Bin

रहा भी ना जाए, कहा भी ना जाए
इबादत में रब की तू ही नज़र आए
एक तेरे बिन चैन ना आए
एक तेरे बिन चैन ना आए

तुम मिलते मुझसे जहाँ, थम जाते वो पल वहाँ
लम्हो की वो यादें गहरी, कर दें क्या हम ये बयाँ?
तुम मिलते मुझसे जहाँ, थम जाते वो पल वहाँ
लम्हो की यादें वो गहरी, कर दें क्या हम ये बयाँ?

इनायत रब की कामिल थी जो पाया तेरा साथ
साँसों में थी साँसें और हाथों में तेरे हाथ

गुज़रे जो लम्हे बाँहों में तेरे
फ़िर दुनिया भुला के बन जा तू मेरी
बाँहों में तेरी सुकूँ सा आए
एक तेरे बिन चैन ना आए

पाएँ तुम को या नहीं? ख़ाबों में मिलना कभी
देखा है जब से तुम को, ये दिल धड़के कभी-कभी
पाएँ तुम को या नहीं? ख़ाबों में मिलना कभी
देखा है जब से तुम को, ये दिल धड़के कभी-कभी

साया हूँ मैं तेरा, तू है मेरी आशिक़ी
तुझ से ही हर रिश्ता, तुझ से ही है बंदगी

बिन तेरे लम्हा कोई ना भाए
सावन की बारिश मुझे तड़पाए
एक तेरे बिन चैन ना आए
एक तेरे बिन चैन ना आए

मंजिल है तू ही, है तू ही कारवाँ
फिर दरमियाँ हैं क्यूँ दूरियाँ?
आ मिटा दे तन्हाई के हर फ़ासले

तेरी यादों में, तेरी बातों में
तेरे अनकहे मुलाक़ातों में
आऊँगा मैं हर घड़ी, हर एक लम्हा
संग बाँहों में आ, हो जाएँ फ़ना



Credits
Writer(s): Milind Singh, Nitish Shukla
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