Dil Mastiyaan

दिल मस्तियाँ करने लगे
देखे तुझे तो खुद में ना रहे
नज़दीकियाँ बढ़ने लगें
खामोशियाँ बिन बोले सब कहें

इश्क़ जगा दे, मुझ को भिगा दे
पानियों की लहरों सी तेरी ये हँसी

ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं

ओ, ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं, ओ

दिल बेफ़िकर होके करे चाहत भरी बदमाशियाँ
तू साथ हो जो हमसफ़र, अच्छी लगें बदनामियाँ
बैठे रहें जा के कहीं हम इश्क़ के साए तले
मिलने को हो दिल मुख़्तसर और रोशनी कोई जले

तू पास आए, खुशबू सी छाए
देखी नहीं ऐसी कभी जादूगरी

ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं

ओ, ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं

महसूस हो हर पल यही कि पहले तू फिर ज़िंदगी
होगी कभी ना अजनबी परछाई भी तेरी-मेरी
साँसें अगर हों बेसबर तेरे लिए तरसा करें
तनहाई के गलियारों में तू इत्र सा बरसा करे

तू मुस्कुराए तो नूर छाए
आसमाँ से चाँद आ के चूमे ज़मीं

ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं

ओ, ग़ालिब के जैसी लिख १०० ग़ज़ल दे
जब करे निगाहें तेरी शायरी
लम्हों में सारे मौसम बदल दे
जब चले अदाओं से तू नाज़नीं



Credits
Writer(s): Mehmood Arafat, Arghya Banerjee
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