Dil Ke Jharokhe Mein

दिल के झरोखे में तुझको बिठाकर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बनाकर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जाँ उदास
दिल के झरोखे में तुझको बिठाकर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बनाकर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जाँ उदास

कल तेरे जलवे पराये भी होंगे
लेकिन झलक मेरे ख्वाबों में होंगे
फूलों की डोली में होगी तू रुखसत
लेकिन महक मेरी सांसों में होगी
कल तेरे जलवे पराये भी होंगे, लेकिन झलक मेरे ख्वाबों में होंगे
फूलों की डोली में होगी तू रुखसत, लेकिन महक मेरी सांसों में होगी
दिल के झरोखे में तुझको बिठाकर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बनाकर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जाँ उदास

अब भी तेरे सुर्ख होठों के प्याले
मेरे तसव्वुर में साक़ी बने हैं
अब भी तेरी ज़ुल्फ़ के मस्त साये
बिरहा की धूप में साथी बने हैं
अब भी तेरे सुर्ख होठों के प्याले, मेरे तसव्वुर में साक़ी बने हैं
अब भी तेरी ज़ुल्फ़ के मस्त साये, बिरहा की धूप में साथी बने हैं
दिल के झरोखे में तुझको बिठाकर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बनाकर
रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जाँ उदास

मेरी मुहब्बत को ठुकरा दे चाहे
मैं कोई तुझसे ना शिकवा करुंगा
आँखों में रहती हैं तस्वीर तेरी
सारी उमर तेरी पूजा करुंगा
मेरी मुहब्बत को ठुकरा दे चाहे, मैं कोई तुझसे ना शिकवा करुंगा
आँखों में रहती हैं तस्वीर तेरी, सारी उमर तेरी पूजा करुंगा
दिल के झरोखे में तुझको बिठाकर
यादों को तेरी मैं दुल्हन बनाकर, रखूँगा मैं दिल के पास
मत हो मेरी जाँ उदास



Credits
Writer(s): Anil Bawra
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