O Saiyyan - Arrived Version

मेरी अधूरी कहानी
लो दास्ताँ बन गई
हो, तूने छुआ आज ऐसे
मैं क्या से क्या बन गई

सहमे हुए सपने मेरे
हौले-हौले अंगड़ाइयाँ ले रहे
ठहरे हुए लम्हे मेरे
नई-नई गहराइयाँ ले रहे

ज़िंदगी ने पहनी है मुस्कान
करने लगी है इतना करम क्यूँ ना जाने
करवट लेने लगे हैं अरमान
फ़िर भी है आँख नम क्यूँ ना जाने

ओ, सैयाँ
ओ-ओ, सैयाँ
ओ-ओ, सैयाँ

ओढ़ूँ तेरी काया, १६ सिंगार मैं सजा लूँ
संगम की ये रैना, इसमें त्योहार मैं मना लूँ
खुशबू तेरी छू के कस्तूरी हो जाऊँ
कितनी फ़ीकी थी मैं, सिंदूरी हो जाऊँ

सुर से ज़रा बहकी हुई
मेरी दुनिया थी बड़ी बेसुरी
सुर में तेरे ढलने लगी
बनी रे पिया, मैं बनी बाँसुरी

ज़िंदगी ने पहनी है मुस्कान
करने लगी है इतना करम क्यूँ ना जाने
करवट लेने लगे हैं अरमान
फ़िर भी है आँख नम क्यूँ ना जाने

ओ, सैयाँ
ओ, सैयाँ
ओ, सैयाँ
सैयाँ, ओ, सैयाँ



Credits
Writer(s): Ajay Gogavale, Atul Gogavale, Amitabh Bhattacharya
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