Janam Janam - Arrived Version

जनम, जनम, जनम, साथ चलना यूँ ही
क़सम, तुम्हें क़सम, आ के मिलना यहीं
एक जाँ है, भले दो बदन हों जुदा

मेरी हो के हमेशा ही रहना, कभी ना कहना अलविदा

मेरी सुबह हो तुम ही और तुम ही शाम हो
तुम दर्द हो, तुम ही आराम हो
मेरी मोहब्बत से आती है बस ये सदा

मेरी हो के हमेशा ही रहना, कभी ना कहना अलविदा

मेरी हो के हमेशा ही रहना, कभी ना कहना अलविदा



Credits
Writer(s): Pritam Chakraborty, Amitabh Bhattacharya
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