Aafaton Ke Parinde

इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे

आफ़तों के परिंदे इशक़ज़ादे
दिल उड़ा देंगे फुर से इशक़ज़ादे
इश्क़ को आज़माने इशक़ज़ादे
फड़फड़ाते हैं फिर से इशक़ज़ादे

हलालों में, हरामों में, जो मिलते थे हज़ारों में
इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे, कहाँ हैं अब जहानों में
(इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे)

सितारों में, तरानों में, जो मिलते थे फ़सानों में
इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे, कहाँ हैं अब जहानों में

हाँ-हाँ-हाँ, हाँ-हाँ-हाँ
दीवारें तोड़ दें, दरारें जोड़ दें
ज़िदों-दों-दों-दों-दों-दों को मिटा दें
हाँ-हाँ-हाँ, हाँ-हाँ-हाँ

किनारे छोड़ दें, मौजों को मोड़ दें
हदों, सरहदों को खुद ही से मिला लें, हाँ

ना ज़मीं, ना फ़लक के इशक़ज़ादे
खुश खुद ही के जहाँ में इशक़ज़ादे

हलालों में, हरामों में, जो मिलते थे हज़ारों में
इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे, कहाँ हैं अब जहानों...
(इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे)

सितारों में, तरानों में, जो मिलते थे फ़सानों में
इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे, कहाँ हैं अब जहानों में

(सितारों में, तरानों में, जो मिलते थे...)
(इशक़ज़ादे, इशक़ज़ादे, कहाँ हैं अब इशक़ज़ादे)



Credits
Writer(s): Kausar Munir, Amit Trivedi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link