Sahibaan Meri Sahibaan

कैसे जिऊँगा मैं, हो
कैसे जिऊँगा मैं अगर तू ना बनी मेरी साहिबाँ?
मेरी साहिबाँ, मेरी साहिबाँ, हो

डूब मरूँगी मैं अगर मैं ना बनी, हो, तेरी साहिबाँ
तेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ, हो

लाखों-हज़ारों में सैयाँ मैंने चुन लिया
ओ, लाखों-हज़ारों में सैयाँ मैंने चुन लिया
लाखों-हज़ारों ने फ़ैसला ये सुन लिया

हो, एक दूजे के वास्ते हम बने, मेरे साजना
मेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ, हो

रातें गुज़रती हैं सारी रात जाग के
रातें गुज़रती हैं सारी रात जाग के
दिल चाहे आ जाऊँ घर से मैं भाग के
घर से मैं भाग के

हो, आना मगर डोली में बैठ कर, मेरी साहिबाँ
तेरी साहिबाँ, मेरी साहिबाँ, हो

कहती है क्या मुझ से पायल तेरे पाँव की?
हो, कहती है क्या मुझ से पायल तेरे पाँव की?
ओ, एक सीधी-साधी सी लड़की मैं गाँव की

तेरे होंठों की बाँसुरी बन गई, मेरे साजना
मेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ, हाँ-हो

कैसे जिऊँगा मैं अगर तू ना बनी, हो, मेरी साहिबाँ?
मेरी साहिबाँ, मेरी साहिबाँ
डूब मरूँगी मैं अगर मैं ना बनी, हाँ, तेरी साहिबाँ

तेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ
तेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ
तेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ
तेरी साहिबाँ, तेरी साहिबाँ, हो



Credits
Writer(s): Anand Bakshi
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