Banjarey

फिर रहे हम तो सौ सौ ठिकाने
इश्क में तेरे होके दीवाने
फिर रहे हम तो सौ सौ ठिकाने
इश्क में तेरे होके दीवाने

बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून
बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून

बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे
बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे

इश्क है ज़िन्दगी, ये नहीं दिल्लगी
सब ग़मों की येही तो दवा है

हाँ हाँ हाँ
इश्क है ज़िन्दगी, ये नहीं दिल्लगी
सब ग़मों की येही तो दवा है

बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून
बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून

बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे
बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे

धडकनें बढ़ गयी बेचैनी बढ़ गयी
फासले अब हमें क्यूँ डरायें

हो, धडकनें बढ़ गयी बेचैनी बढ़ गयी
फासले अब हमें क्यूँ डरायें

बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून
बेचैनी सी है क्यूँ ढूढ़ते हैं सुकून

बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे
बंजारे बनके फिरें इश्क में तेरे लिए
बंजारे बनके फिरें बंजारे



Credits
Writer(s): Hirdesh Singh
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link