Ek Parvat Jindgani Ho Gail

एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
का से का आपन कहानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल

आँख में सावन, जिगर में बागन
आँख में सावन, जिगर में बागन
आह भी निकले बदलके पैरहन
आह भी निकले बदलके पैरहन

हर ख़ुशी ग़म के निसानी हो गइल

एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
का से का आपन कहानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल

भूल ना पाईं मिलन के ऊ घड़ी
भूल ना पाईं मिलन के ऊ घड़ी
प्यार के बँधन, लगन के हर कड़ी
प्यार के बँधन, लगन के हर कड़ी

आरजू गल-गल के पानी हो गइल

एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
का से का आपन कहानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल

प्यार के पनपे ना दे दुनिया कभी
प्यार के पनपे ना दे दुनिया कभी
मार के तड़पे ना दुनिया कभी
मार के तड़पे ना दुनिया कभी

बे-ख़बर रहलीं, नादानी हो गइल

एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
का से का आपन कहानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल

एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल
एक पर्वत जिंदगानी हो गइल



Credits
Writer(s): Laxman Shahabadi, Geetendra Khan
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