Na Tujhe Phir Dekhoon

ना तुझे फिर देखूँ, ना तुझे फिर सोचूँ
ना तेरी याद आए, ना मेरी जान जाए
ना तुझे फिर देखूँ, ना तुझे फिर सोचूँ
ना तेरी याद आए, ना मेरी जान जाए

मैं मोहब्बत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
मैं मोहब्बत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ

ना तुझे फिर देखूँ, ना तुझे फिर सोचूँ
ना तेरी याद आए, ना मेरी जान जाए

वैसे भी अब तो कुछ साँसें बाक़ी हैं
थोड़े से दिन, थोड़ी रातें बाक़ी हैं
दर्द बहुत हैं, पर जीने का भी दिल है
सब कहते, "इस हाल में जीना मुश्किल है"

बयाँ कैसे करूँ? मेरी जो हालत है
मगर दिल कह रहा, यही तो चाहत है

मैं तो चाहत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
मैं तो चाहत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ

झूठे वादों के ज़ख़्मों से घायल हूँ
मैं दीवाना कहाँ, मैं तो पागल हूँ
अब भी तुमसे ख़्वाबों में मिलता हूँ मैं
अब भी थोड़ी याद है और जलता हूँ मैं

मगर सब कह रहे, भुला दूँ उस पल को
मैं जो पल जी लिया, भुला दूँ उस पल को

मैं तो उस पल की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
मैं तो उस पल की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ

ना तुझे फिर देखूँ, ना तुझे फिर सोचूँ
ना तेरी याद आए, ना मेरी जान जाए

मैं मोहब्बत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
मैं मोहब्बत की आख़िरी निशानी भी मिटा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ
तेरी तस्वीर जला के राख दरिया में बहा आया हूँ



Credits
Writer(s): Praveen Bhardwaj, Nikhil
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