Tu Hi Mera

तू ही मेरा...

तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है
तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है

तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)
तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)

तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है
तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है

कहीं तेरे दिल की पनाहों में
मैंने पाया मुझे तेरी चाहों में
जैसे लोबान जलता हो हर पल कहीं
मेरी ख़्वाहिश में यूँ तू जला है

तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)
तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)

तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है

बेपनाह मैं तुझको चाहता हूँ (तुझको चाहता हूँ)
तू ही है मेरे दिल का सुकूँ (दिल का सुकूँ)
तू दिखे है मुझको चार-सू (मुझको चार-सू)

मैं तुझे ही फ़क़त ढूँढता हूँ
तू ही दिल की आरज़ू
दिल तो मेरा ये अक्सर करे
दूर तुझसे ना एक पल रहूँ

तेरी परछाई भी है बहुत दिल-नशीं
तू हँसा तो ये आलम हँसा है
जो लफ़्ज़ों से तूने बुना है
वो हसीं प्यार का सिलसिला है

जो आँखों में तेरी लिखा है
वो आँखों से मैंने पढ़ा है
तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है

कहीं तेरे दिल की पनाहों में
मैंने पाया मुझे तेरी चाहों में
जैसे लोबान जलता हो हर पल कहीं
मेरी ख़्वाहिश में यूँ तू जला है

तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)
तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)
तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)
तू ही मेरा (तू ही मेरा, तू ही मेरा, तू ही मेरा)

तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है
तू ही मेरा सारा जहाँ है
तू ही मेरे रब की तरह है



Credits
Writer(s): Sayeed Quadri, Mithoon
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