Ishq Ka Rog Laga

इशक दा रोग लगा, ओये होए
जोगन को जोग लगा, ओये होए
इशक दा रोग लगा, ओये होए
जोगन को जोग लगा, ओये होए
तू इसकी, जान बचा ले, रब्बा
इशक दा रोग लगा

कभी हो दर्द यहाँ, ओए होए
कभी हो दर्द वहाँ, ओए होए
कभी हो दर्द यहाँ, ओए होए
कभी हो दर्द वहाँ, ओए होए

ਜਵਾਛ ਦਿੱਤੀ कैसी, पीर बेदर्दी
दर्द हो यहाँ-वहाँ

कभी ऐसा भी हो जायेगा
कोई इतना मुझे तड़पाएगा

नहीं था मुझको पता, ओए होए
करूँ क्या तू ही बता, ओये होए
नहीं था मुझको पता, ओए होए
करूँ क्या तू ही बता, ओये होए

मैं बन गयी उसकी, प्रेम दीवानी
करूँ क्या तू ही बता

इशक दा रोग लगा, ओये होए
जोगन को जोग लगा, ओये होए
तू इसकी, जान बचा ले, रब्बा
इशक दा रोग लगा

मुझे कुछ ना किसी से कहेना था
सच कहती हूँ चुप रहना था

की कंगना बोल गया
भेद सब खोल गया
ये कंगना बोल गया
भेद सब खोल गया
छुपाया लाख मगर हरजाई, कंगना बोल गया

इशक दा रोग लगा, ओये होए
जोगन को जोग लगा, ओये होए
तू इसकी, जान बचा ले, रब्बा
इशक दा रोग लगा

हो सखी पूछ ज़रा, क्या बात हुई?
कब? कैसे? कहाँ? मुलाकात हुई

मैं अंगना बीच खड़ी, ओए होए
उसी से आँख लड़ी, ओए होए
मैं अंगना बीच खड़ी, ओए होए
उसी से आँख लड़ी, ओए होए

शरम से हो गयी पानी-पानी
अंगना बीच खड़ी



Credits
Writer(s): Sameer, Anand Chitragupta, Milind Chitragupta, Anuradha Paudwal
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