Main Ek Clerk Hoon

हा हा हा...
सूरज उगते मैंने ना देखा
चांद चमकते मैंने ना देखा
ह ह ह...
सूरज उगते मैंने ना देखा
चांद चमकते मैंने ना देखा

मैंने ना देखी खुशी कभी भी
और खुशियों ने मुझे देखा
सब गम है मेरे मैं गम का हूं
पल पल जियु और पल पल मरू

क्योंकि मैं एक clerk हूं
मैं एक clerk हूं

सब गम है मेरे मैं गम का हूं
पल पल जियु और पल पल मरू

क्योंकि मैं एक clerk हूं
मैं एक clerk हूं

सुना है माँ ने कभी हंसाया था
हा लोरिया देकर कभी सुलाया था
ओ सुना है माँ ने कभी हंसाया था
हा लोरिया देकर कभी सुलाया था

अब माँ भी जागे, मैं भी जागू
और कहीं नसीबा सोया था
और कहीं नसीबा सोया था

भाई बहन की फिस का खर्चा
बनाकर रख दे मुझको चरखा

मदद करेगा गैर क्या कोई
हाथ फैलाकर यार भी परखा
दिल के ये दुखङे किसको कहूं
आंखों से मैं सब कांटे चुनू

क्योंकि मैं एक clerk हू
मैं एक clerk हू

हा हा हा...
जिन दिनों में कॉलेज में पढ़ता था
उन दिनों कोई मुझ पर मरता था

इक रूप की रानी प्रेम में पागल
संग देखकर हम को college जलता था
संग देखकर हम को college जलता था

फिर मिली एक लङकी पर लड़की रूठी
वो रुप की रानी दोलत पर फूटी
किसी और की हो गई वो रूप बदल के
सपनों की तरह थी वो भी झूठी

सपनों से मैं अब करता रहु
टूटा हुआ दिल ना जोड़ सकूं

क्योंकि मैं एक clerk हूं
मैं एक clerk हूं

बसों की लंबी लाइन में लगकर
थक तूथ कर मैं घर आता हूं
हो ओ बसों की लंबी लाइन में लगकर
थक तूथ कर मैं घर आता हूं

एक कमीज जो तन को ढकती है
उसे साबुन बिना धुलाता हूं
उसे साबुन बिना धुलाता हूं
फिर माँ चुपके से आती है
थाली में आंसू लाती है

भीगी खाली थाली मुझको
बनिए का कर्ज़ा जताती है
रोने तो आए मैं हंस पडु़
रोटी ना हो तो में आंसू पियु

क्योंकि मैं एक clerk हूं
मैं एक clerk हूं

सब गम है मेरे में गम का हूं
पल पल जिऊ और पल पल मरू

क्योंकि मैं एक clerk हूं
मैं एक clerk हूं
ह ह ह...
मैं एक clerk हूं
ह ह ह...

मैं एक clerk हूं
ह ह ह...
मैं एक clerk हूं
ह ह ह...
मैं एक clerk हूं



Credits
Writer(s): Manoj Kumar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link