Nafrat

तेरी महफ़िल से ये तनहाई भली
रुसवा नहीं मुझको करती ये कभी
तेरी तस्वीर भी भाये अब नहीं
रब से है मेरी दुआ बस यही

ख़्वाबों में भी तू मिलना नहीं
करता हूँ अब तेरी सूरत से

नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से (मोहब्बत से)

झूठे सारे वादे थे तेरे
जाने क्या इरादे थे तेरे!
झूठी थी सारी बातें तेरी
ले जा तू अब यादें भी तेरी

तूने छोड़ा है ऐसे मोड़ पे
ग़म ना होगा अब तेरी मौत पे
वाक़िफ़ हूँ अब तेरी फ़िदरत से

नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से (मोहब्बत से)

किसी मरहम से भरेगा ही नहीं
ज़ख्म ऐसा दिया है तूने, यारा
इश्क़ फिर ये दिल करेगा ही नहीं
खेल ऐसा खेला है तूने यारा

ख़ुद से पूछूँ मैं ये बार हाँ
क्यूँ चाहा तुझको शिद्दत से?

नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से
नफ़रत हो गई है मोहब्बत से



Credits
Writer(s): Yash Deshmukh, Shoaib Firozi
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