Jab Teri Zarurat Thi

जब तेरी ज़रूरत थी, तू मेरे साथ ना थी
जब तेरी ज़रूरत थी, तू मेरे साथ ना थी

फ़िर भी मैं तुझको प्यार करूँ, हर लमहा मैं इंतज़ार करूँ
फ़िर भी मैं तुझको प्यार करूँ, हर लमहा मैं इंतज़ार करूँ
जब तेरी ज़रूरत थी...

तू ही था हर लमहा, तू था मेरा सहारा
डूबते मेरे दिल का तू ही था बस किनारा
दूर कैसे मैं तुझसे रहूँ? तू ही साँसों की है वजह

मैंने तेरी इबादत की, पर तूने शिक़ायत की
फ़िर भी मैं तुझको प्यार करूँ, हर लमहा मैं इंतज़ार करूँ
फ़िर भी मैं तुझको प्यार करूँ, हर लमहा मैं इंतज़ार करूँ

जाने कैसा वो पल था छोड़ के जब गया तू
कैसे अब मैं जियूँगा? ये दर्द ऐसा दिया क्यूँ?
इस दर्द को मैं कैसे सहूँ? तूने दी है ये कैसी मुझे सज़ा?

जा तुझको इजाज़त दी मेरा दिल तोड़ने की



Credits
Writer(s): Jasmer Singh Wadhwa, Neha Rathod
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