Dil

अजनबी बात थी, अजनबी से थे रस्ते
वहीं पे दो दिल दिखे, दोनों पे एक नाम था
पढ़ के हैरान थे, कुछ परेशान राज़ से
हम तो गए काम से

तब से ठिकाने पे दिल मेरा है ही नहीं
बस एक उसी बात पर हैरान है आज भी

दिल है कहाँ पे, ढूँढता है दिल
क्या मुझे पता है, पूछता है दिल
पलकों की सुबह में जागता है दिल
इश्क़ की ज़मीं पे भागता है दिल

रखता तुझी से वास्ता है दिल
चाहतें तेरी हो, चाहता है दिल
साथी, साथ तुझे माँगता है दिल
तुझे ही, ख़ुदाया, माँगता है दिल

दिल-लगियाँ ओढ़ कर चाहतों ने दी दस्तकें
लिए कई उलझनें, बिना लिए सुलझाने
मन-मस्तियाँ जोड़कर आफ़तों ने ली करवटें
ना तो जहाँ की सुने

मेरे मनाने पे दिल मेरा माने नहीं
हर पल यही सोच कर हैरान है आज भी

दिल है कहाँ पे, ढूँढता है दिल
क्या मुझे पता है, पूछता है दिल
पलकों की सुबह में जागता है दिल
इश्क़ की ज़मीं पे भागता है दिल

रखता तुझी से वास्ता है दिल
चाहतें तेरी हो, चाहता है दिल
साथी, साथ तुझे माँगता है दिल
तुझे ही, ख़ुदाया, माँगता है दिल

Searching for my other half
To make me feel whole
I'm waiting on you
To see this thing through

Hoping you would make a move
No need to be shy now
I'm feeling it too
My heart's calling you

दिल है कहाँ पे, ढूँढता है दिल
क्या मुझे पता है, पूछता है दिल
पलकों की सुबह में जागता है दिल
इश्क़ की ज़मीं पे भागता है दिल

रखता तुझी से वास्ता है दिल
चाहतें तेरी हो, चाहता है दिल
साथी, साथ तुझे माँगता है दिल
तुझे ही, ख़ुदाया, माँगता है दिल



Credits
Writer(s): Manoj Yadav
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