Ek Din Matti Mein (From "Ek Din Matti Mein - Zee Music Devotional")

हे, तन का तो मोहन, कीजे रे
मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये

हे, तन का तो मोहन, कीजे रे
मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये

संग जैसा रंग लागे, खोटे करम ना हो जाये रे
रे मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये

हे, तन का तो मोहन कीजे रे
मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये
एक दिन माटी में मिल जाये

राग द्वेश, काम क्रोध, अहंकार तज के
अपना ले राह सत्य की
शिव को सुमर ले
अपना ले राह सत्य की
शिव को सुमर ले

ओ राग द्वेस, काम क्रोध, अहंकार तज के
अपना ले राह सत्य की
शिव को सुमर ले
अपना ले राह सत्य की
शिव को सुमर ले

ओ दुनियाँ के चक्कर में तू
भूल नहीं जाना
हीरे जैसे जीवन को तू
सद्गुणों से भर दे
हीरे जैसे जीवन को तू
सद्गुणों से भर दे

ये झूठी काया, झूठी माया
इसने ना भरमाई

रे मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये
रे मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये

तेरी मेरी छोड़ रे बन्देया
करेगा सो पायेगा
पुण्य की रे गठरी बांधो
नहीं तो पछतायेगा

ओ खाली हाथ आया जग में
खाली हाथ जाएगा
भरोसा नहीं जीवन का
पल में बुझ जाएगा

ये लोहे की ये नैया लेकर
पार लगे ना, डूब जाये
रे मनवा, एक दिन माटी में मिल जाये

एक दिन माटी में मिल जाये
एक दिन माटी में मिल जाये
एक दिन माटी में मिल जाये



Credits
Writer(s): Mohan Lal Gill
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