Jai Laxmi Mata

धन-दौलत की देवी रउवा होईं माई
पल में अमीर, पल में गरीब बना दे
जिकरां के चाहीं (चाहें जिकरां के चाहीं)
धन-दौलत की देवी रउवा होईं माई (होईं माई)

पल में अमीर, पल में गरीब बना दे
जिकरा के चाहीं
करे गुण-गान जे उ मान जुग फल पाता
करे गुण-गान जे उ मान जुग फल पाता

जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता

जो ना घर रऊर वास होला
सुख-समपत्ति घर आवेला
ध्यान लगा के जे भी माँगे
मन जोगे फल पावेला (मन जोगे फल पावेला)

हो-हो-हो
जो ना घर रऊर वास होला
सुख-समपत्ति घर आवेला (आवेला)
ध्यान लगा के जे भी माँगे

मन जोगे फल पावेला (पावेला)
रउवा हईं पाताल निवास नि रउवे सुभ दाता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता

रउवे भरोसे बाँटे मैया
धरती प सारा संसार हो
सबका ऊपर करेनी
मैया रउवा उपकार हो (मैया रउवा उपकार हो)

हो, रउवे भरोसे बाँटे मैया
धरती प सारा संसार हो (सारा संसार हो)
सबका ऊपर करेनी
मैया रउवा उपकार हो (उपकार हो)

अभिलाष आ तु राज चरण में शीश झुकावाता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता



Credits
Writer(s): Yadav Raj, Arya Sharma
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