Chand Taare - Recreated Version

चाँद-तारे तोड़ लाऊँ, सारी दुनियाँ पर मैं छाऊँ
बस इतना सा ख़ाब है, बस इतना सा ख़ाब है

यार तू भी सुन ज़रा, आरज़ू मेरी है क्या
मैं क्या बन जाना चाहता हूँ
मैं कहाँ ख़राब हूँ, मैं तो लाजवाब हूँ
मैं ये मनवाना चाहता हूँ

ऐ मान जा, ऐ खुदा, इतनी सी है दुआ
मैं बन जाऊँ सबसे बड़ा, मैं बन जाऊँ सबसे बड़ा

मेरे पीछे, मेरे आगे हाथ जोड़े दुनियाँ भागे
बस इतना सा ख़ाब है, बस इतना सा ख़ाब है

शान से रहूँ सदा, मुझ पे लोग हों फ़िदा
हसीनाएँ भी दिल हों खोती
दिल का ये कँवल खिले, सोने का महल मिले
बरसने लगें हीरे-मोती

ऐ मान जा, ऐ खुदा, इतनी सी है दुआ
मैं ज़्यादा नहीं माँगता, मैं ज़्यादा नहीं माँगता

सारी दौलत, सारी ताक़त, सारी दुनियाँ पर हुकूमत
बस इतना सा ख़ाब है, बस इतना सा ख़ाब है



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Farhad Wadia
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