Aye Zindagi - Male Version

कभी तूफ़ान है, कभी ख़ामोश है
क्यूँ तू इतनी परेशाँ है, ऐ ज़िंदगी?
अपनी ही चाल पे, अपने सवाल पे
क्यूँ तू इतनी हैराँ है, ऐ ज़िंदगी?

उलझन जो है तेरी
मुझ को तू बतला दे
वक्त बेईमान है, ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी

तेरा-मेरा रिश्ता तो है गहरा बड़ा
फिर पेश आती है तू क्यूँ इस तरह?
तेरा-मेरा रिश्ता तो है गहरा बड़ा
फिर पेश आती है तू क्यूँ इस तरह?

क्या है वजह तू मुझ को बता
सुनने का अरमान है, ऐ ज़िंदगी
क्यूँ सहमी सी है तू? क्यूँ है रूठी हुई?
ग़म के मौसम मेहमाँ हैं, ऐ ज़िंदगी

रहता हूँ मैं तो हर पल साथ तेरे
कटते हैं मेरे संग दिन-रात तेरे
रहता हूँ मैं तो हर पल साथ तेरे
कटते हैं मेरे संग दिन-रात तेरे

फिर हाल से तू दिल के मेरे
क्यूँ ऐसे अनजान है, ऐ ज़िंदगी?
ख़िज़ाँ है तू कभी, कभी तू बहार है
अजब तेरी पहचाँ है, ऐ ज़िंदगी

उलझन जो है तेरी
मुझ को तू बतला दे
वक्त बेईमान है, ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी



Credits
Writer(s): Laado Suwalka, Rishabh Srivastava
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