Suna Hai Jahan Ek Tere Bina

सूना है जहाँ एक तेरे बिना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना
छोड़ गया रे मुझे अकेली
बाबुल, तू कहाँ?

सूना है जहाँ एक तेरे बिना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना

तूने ही तो कहा था मुझको बाँहों में ले कर
तूने ही तो कहा था मुझको बाँहों में ले कर
हो जाऊँगी बड़ी तो दुल्हन मुझको बना कर

मेरे पिया संग रखेगा
मुझको अपने आँगना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना

मारी-मारी फिरूँ मैं, कोई आगे ना पीछे
मारी-मारी फिरूँ मैं, कोई आगे ना पीछे
भटकूँ तेरी लगन में जलती आँखों को मीचे

बिरह के बन में जलती हैं
मन में दुख की आँधियाँ
सूना है जहाँ एक तेरे बिना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना

बतला दे, मेरे बाबुल, हो गया क्या तेरा अंगना?
बतला दे, मेरे बाबुल, हो गया क्या तेरा अंगना?
दुल्हन बनने से पहले जल गया क्या मेरा सपना?

सब जल गया क्या?
हे राम, कैसा उठता है धुआँ?
सूना है जहाँ एक तेरे बिना
सूना है जहाँ एक तेरे बिना



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Anand-milind
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