Shiv Baba Ko Yaad Kar

शिव बाबा को याद कर
जी भर उसको प्यार कर
साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना

शिव बाबा को याद कर
जी भर उसको प्यार कर
साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना

साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना

आया है लेकर झूमती बहारें
रिमझिम बरसती स्नेह की फुहारें
रंग निराला है रूप सलोना
दिल चाहे उससे जुदा कब ना होना

अब ना इंतज़ार कर
बैठ ना हिम्मत हार कर
प्रभु का तू दीदार कर ले
मेरे मना

शिव बाबा को याद कर
जी भर उसको प्यार कर
साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना

साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना

यादों की लहरों में जो लहराए
एक अलौकिक सुख वो पाए
शूली को कांटा कर दे
कांटे को जूही

पर्वत को राई कर दे
राई को रुई
दिल ही दिल में बात कर
मन में मुलाकात कर
खुद को तू आजाद कर ले
मेरे मना

शिव बाबा को याद कर
जी भर उसको प्यार कर
साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना
साँसों को आबाद कर ले
मेरे मना



Credits
Writer(s): Satish Chandra, Ashit Desai
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