DAK: Guitarwale Gaane with Sona

दिल आजकल मेरी सुनता नहीं
दिल आजकल पास रहता नहीं
दिल आजकल मेरी सुनता नहीं
दिल आजकल पास रहता नहीं

ये तुझ से ही मिलने को चाहे
ये तेरी ही करता है बातें
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?

दिल आजकल मेरी सुनता नहीं
दिल आजकल पास रहता नहीं

तेरी आँखों के रस्ते ये चले जाता है
जो बुलाऊँ मैं, कभी लौट आता नहीं
बेख़बर ये ज़माने से टकराता है
बेधड़क मुझ से कहता है मैं हूँ यूँ ही

ये तुझ से ही मिल के हुआ है
जो तेरी नज़र ने छुआ है
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?

दिल आजकल मेरी सुनता नहीं
दिल आजकल पास रहता नहीं

है हुनर एक नया इसको तुझ से मिला
मुसकुराते ये मिलता है सबको अभी
आधी रातों में मुझ को ये देता उठा
मुझ से पूछे, "ये रातें क्यूँ कटती नहीं?"

ये तुझ से ही मिल के हुआ है
जो तेरी नज़र ने छुआ है
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?
क्या तुम हो, क्या तुम हो वही?

दिल आजकल मेरी सुनता नहीं
दिल आजकल...

Pawan Rasaily plays the guitar like only he can
Magic, romance, the hills, he's from Assam
He brings it all with him, the breeze, the heart

The lyrics of "दिल आजकल" by Prashant Ingole
An amazing, amazing lyricist
We've had the joy of working with over and over again
And of course, the heart and the soul
The composition, Ram Sampath



Credits
Writer(s): Prashant Ingole
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link