Milke Tujhe

मिलके तुझे, जाने मुझे, क्यूँ ऐसा लगने लगा
ख़ाली था जो मुझमें कहीं वो ख़ुद से भरने लगा
मिलके तुझे जाने मुझे क्यूँ ऐसा लगने लगा
ख़ाली था जो मुझमें कहीं वो ख़ुद से भरने लगा

अब तेरे बिन जी ना सकूँ, इतनी सी बात कैसे कहूँ?
साँसों के बिन कैसे जियूँ? धड़कन में तेरी मैं रहूँ
चाहे जियूँ, चाहे मरूँ
तन्हाईयों को अब ना सहूँ

तेरे संग ज़िंदगी है कितनी हसीं
तू मेरा आसमाँ है, मैं तेरी ज़मीं
दुनियाँ में ना है कोई तुझ सा हसीं
तुझ से है मेरा हर मौसम रंगीं

कब हुआ तुझ से इश्क़ ये ख़बर ना लगी
जब से तू है मिली, मिल गई ये ज़िंदगी
हसरतों की चुभन अब हैं मिटने लगी
मेरे दिन और रात सब महकने लगी

दफ़न सब ख़्वाहिशों की अब मचलने लगी
वीरान थी ज़िंदगी अब चहकने लगी
उलझनें भी मेरी सब सुलझने लगीं

तेरे संग ज़िंदगी है कितनी हसीं
तू मेरा आसमाँ है, मैं तेरी ज़मीं
दुनियाँ में ना है कोई तुझ सा हसीं
तुझ से है मेरा हर मौसम रंगीं

बस गई दिल में मेरे तेरे घर की गली
फूल शरमातें हैं, ख़िल गई हर गली
स्याही सी वो रातें फिरसे रोशन लगीं
नींदें रातों में ख़्वाबों को भरने लगीं

धड़कने साँसों से फिर से लड़ने लगीं
दिल के तूफ़ानों में लहरें उठने लगीं
गुरबतें अब मेरी ख़ुद अकड़ने लगीं

तेरे संग ज़िंदगी है कितनी हसीं
तू मेरा आसमाँ है, मैं तेरी ज़मीं
दुनियाँ में ना है कोई तुझ सा हसीं
तुझ से है मेरा हर मौसम रंगीं



Credits
Writer(s): C.s. Chauhan, Satyajeet Jena
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