Khwahish Ke Boonden

ख़्वाहिश की बूँदें बरसा दे
दिल पर ये एहसाँ दिला दे
इन लम्हों में ही ये बातें
थम जाएँ हम मुस्कुरा के

धीरे से तेरी पलकें झुकीं तो
ना जाने कितने इशारे समझें
जाने कहाँ से इस तन्हा दिल को
महफ़िल की धुन में मिलाया तूने

दूरी मिटा ना सकूँ मैं (सकूँ मैं)
सपनों में खोया रहूँ (खोया रहूँ)
बिन बोले यादें तेरी (तेरी)
तुमसे ये कह ना सकूँ

देखूँ जो तेरी ही राहें
हर-पल एक याद सताए
उन यातों की मुलाक़ातें
ढूँढे तुझे मेरी यादें

ज़ुल्फ़ें वो तेरी बहती कहीं जो
दिल पर एक नूर सजाया तूने
ख़्वाहिश की बूँदें दिल पे बरसा कर
ख़ुद से ही ख़ुद को मिलाया तूने

दूरी मिटा ना सकूँ मैं (सकूँ मैं)
सपनों में खोया रहूँ (खोया रहूँ)
बिन बोले यादें तेरी (तेरी)
ख़ुद से ही कहता रहूँ



Credits
Writer(s): Kai Gurung
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