Tu Dua Hai

रूहानी सी एक शाम होगी
हल्की तेरी उसमें आवाज़ होगी
रूहानी सी एक शाम होगी
हल्की तेरी उसमें आवाज़ हो...

तू ना जाए कभी, एतबार करूँ
"तू ना जाए कभी," खुदा से यही कहूँ

मैं जो भी हूँ, जैसा हूँ
तुझमें रहता-खोता हूँ
तू मेरा आज है, मेरा कल है
मेरी ज़िंदगी की दुआ

मैं जो भी हूँ, जैसा हूँ
तुझमें रहता-खोता हूँ
तू मेरा आज है, मेरा कल है
मेरी ज़िंदगी की दुआ

तू दुआ है, तू ही है मेरा करम (मेरा करम)
तुझ पे ही शुरू, तुझ पे ही ख़तम
तू दुआ है, तू ही है मेरा करम
तुझ पे ही शुरू, तुझ पे ही ख़तम

शहरों में, गलियों में
अपनों में, परायों में ढूँढा तुझे
शहरों में, गलियों में
अपनों में, परायों में ढूँढा तुझे

कि मिल जाए मुझे तू कहीं रू-ब-रू
तू ही दिखे, मैं जहाँ रहूँ

मैं जो भी हूँ, जैसा हूँ
तुझमें रहता-खोता हूँ
तू मेरा आज है, मेरा कल है
मेरी ज़िंदगी की दुआ

मैं जो भी हूँ, जैसा हूँ
तुझमें रहता-खोता हूँ
तू मेरा आज है, मेरा कल है
मेरी ज़िंदगी की दुआ

तू दुआ है, तू ही है मेरा करम
तुझ पे ही शुरू, तुझ पे ही ख़तम
तू दुआ है, तू ही है मेरा करम
तुझ पे ही शुरू, तुझ पे ही ख़तम



Credits
Writer(s): Rahul Munjariya, Darshan Raval
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