Pal Bhar

पल भर में छूट गया तू
पल भर में टूट गया मैं
मुझसे जो रूठ गया तू
खुद से ही रूठ गया मैं

पल भर में छूट गया तू
पल भर में ही टूट गया मैं
मुझसे जो रूठ गया तू
खुद से ही रूठ गया मैं

क़िस्मत को मोड़ दूँ
मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ?
तेरी यादें हैं दिल में बसी
इस दिल को कैसे तोड़ दूँ?

क़िस्मत को मोड़ दूँ
मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ?
तेरी यादें हैं दिल में बसी
इस दिल को कैसे तोड़ दूँ?
तो आज भी तेरा इंतज़ार है

पल भर तेरा नाम पुकारूँ
पल भर तुझे देखूँ-निहारूँ
पल भर तेरे सीने से लगूँ (हाए)

पल भर तेरी पायल बदलूँ
पल भर तुझे गीत सुनाऊँ
पल भर तुझे छू कर देखूँ

वो पल अब है कहाँ?
जब खुशनुमा था आसमाँ
जब ख़्वाबों के रंगों से हम
रंग देते थे सारा जहाँ

वो पल अब है कहाँ?
जब खुशनुमा था आसमाँ
पर बारिश बरसती आँखों से
अब मैं यहाँ, और तू कहाँ?
तो आज भी तेरा इंतज़ार है



Credits
Writer(s): Aditya Rikhari
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